सोमवार, जून 16


"वक्त"


एक सी नही रहती वक्त की रफ़्तार हर दम,
ऐसे भी होती है वैसे भी हुआ करती हैं ......

लेके चलना दुपट्टा सर पर ,
"ऐसे वक्त मे"
नटखट शहर मे लोग तो क्या ,
हवाएं भी छुआ करती हैं..........

1 टिप्पणी:

seema gupta ने कहा…

" waqt bewaqt kuch yaden bhee aa jayan kerteeyn hain,
jo waqt rehtee milen nahee...... aakey tadpajayan kertee hain"

well written
Regards